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अय्यारी

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  मन बैरागी, तन अनुरागी, क़दम-क़दम दुश्वारी है जीवन जीना सहल न जानो, बहुत बड़ी फ़नकारी है औरों जैसे होकर भी हम बाइज़्ज़त हैं बस्ती में कुछ लोगों का सीधापन है, कुछ अपनी अय्यारी है

कैसी हो ?

कैसे हो ? ठीक हूं !  तुम कैसी हो ?  मैं भी ठीक हूं उपर की तीन लाइनों का सिटी स्कैन किया  जाए तो हजारों गम, लाखों ख्वाहिशें  और बेहिसाब अंत किये गए सपने मिलेंगे,  और इन सभी पर  “ठीक हूं कि ओढ़ाई गई चादर मिलेगी "                             ~ दर्द😶

Happy Birthday BakBak ❤️

Wishes ki tumhare pass bheedh lagi hogi  Toh socha hatke kuxx kahu toh shayad Dhyaan padhe  Stories aur status lagaana main zaroori Nahi samajhta  main samajhta hoon bas Asal mein yeh din tumhe khass lage Yeh chehre pe jo chamak aaj ke din hogi na  Yahi glow poore saal rehna chahiye  Tumhari iss duniya mein aane ki Khushi bohot zyaada hai  Toh ek din ki treat se kya hoga Tumhe party har shaam deni chahiye Yeh aaj jo andar se excitement aur bahar se  Woh smile nazar aa rahi hai na Iss andaaz ko  tum khud mein Har dam ke liye freeze kar lo  Bas aaj ke din hi kyun tumhe ehsaas khaas ho  Duaa hai meri tumhe har din Celebration sa feel ho Bohot socha aisa koi tohfa hai Jo hamesha tumhare saath rahe Ek ke baad ek sab nikalte rahe Aur aakhir mein bas shabdh hi bache Aur unhi shabdon ko jodh kar kahu toh Meri taraf se Tumhare Piyush ki taraf se Happy Birthday to you ✨🥳

मां तेरी याद आती है ✨💖

मां तेरी याद आती है 💖 और भरपुर आती है... ज्यादा नहीं बस जब  तेरी आवाज की जगह  अलार्म की आवाज से उठता हूं तब आती है। 😌 जब क्या खाना है  ये सोचता हूं तब आती है।😊 जब क्या कपड़े पहनने हैं  के साथ कितने कपड़े धोने हैं  ये सोचता हूं तब आती है। 🥰 जब कॉलेज से पढ़कर आने के बाद  जोर से भूख लगी है चिल्लाने की  जगह चुप-चाप सो जाता हूं तब आती है। 😒 हां मां तेरी याद आती है...❤️ पर तू फ़िकर मत कर माँ एक तेरी  ही जैसी प्यार करने वाली मिल गई है। 🤍 वो भी समय पे खाना खाने को याद दिला देती है। 😊 अलार्म से पहले जगा देती है 😌 कॉलेज से आने के बाद भी  कुछ न कुछ खिलवा ही देती है। 😋 कपड़ा क्या पहनू वो भी पसंद कर देती है  बस कापरे धोने से मना करती है 😂 तब तेरी याद आती है और भरपुर आती है ❤️                                                     - ✨ पीयूष जायसवाल ✨

फर्क नहीं पड़ता

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हां फर्क नहीं पड़ता मुझे किसी के दूर जानें से क्योंकि मैंने उसे दूर जाते देखा है  जिससे दूर होना ख़्वाब में भी नहीं सोचा हां फर्क नहीं पड़ता किसी के वादों से क्योंकि मैंने उसे वादें तोड़ते देखा है  जिससे हर वादा पूरे होने कि उम्मीद थी हां फर्क नहीं पड़ता किसी के एहसासों से क्योंकि मैंने उन एहसासों को मरते देखा है जो जीने कि वजह थे हां फर्क नहीं पड़ता किसी के सवालों से क्योंकि मैंने उसे ख़ामोश होते देखा  जिसके सवालों का जवाब देना पसंद था हां फर्क नहीं पड़ता अब किसी के रूकने का क्योंकि मैंने अपनी जिंदगी को रूठते देखा है हां फर्क नहीं पड़ता मुझे किसी के भी बात ना करने से क्योंकि मैंने उसे भी मुड़ते देखा है  जिसके खातिर मेरा वक्त कुछ ना था आज़ देखना चाहता है मुझे जिसने कभी मुझे नजरअंदाज किया था आज़ साथ चाहता है वो मेरा जिसने बीच राह मेरा साथ छोड़ा था आज वो मुझे मुस्कुराते हुए मुझे फिर देखना चाहता है जिसने मेरी सारी खुशियां छीन आंसू दिये थें आज़ वो मेरे आंसू पोंछने कि चाह रखता है जिसने जिंदगी को आंसू बनाया है आज़ फिर इस सफ़र में वो मेरे साथ चलाना है लगता है आज़ फिर वो मुझे तन्हा करना चाहता

जब किसी को सच में तुमसे प्यार होगा न.

 जब किसी को सच में तुमसे प्यार होगा न. वो तुम्हे कभी भी रोड की ट्रैफिक वाली साइड नहीं चलने देगा, क्यूंकि उसको खुद से भी ज़्यादा तुम्हारी फ़िक्र होगी. उसकी ज़िन्दगी में कुछ भी होगा, सबसे पहला फ़ोन तुम्हे आजायेगा,  और बोलेगा, "अभी पता है क्या हुआ" छोटी छोटी चीज़ें करेगा तुम्हारे लिए जो तुम्हे हमेशा खुश रखेंगी. भले ही तुमसे लडे बहुत लेकिन जब तुम्हारे लिए लड़ने की बात आएगी,  तो भी पीछे नहीं हटेगा. डट के सामना करेगा, हर सिचुएशन का. परफेक्ट न होगा, खामियां होंगी उसमें भी हज़ार,  लेकिन अब चाँद पे दाग न हो तो वो चाँद कैसा हर वो इंसान जो तुम्हे ई लव यू बोले, ज़रूरी नहीं वो तुमसे प्यार करता है. प्यार, किया नहीं जाता, बस हो जाता है,  ये एक एहसास है,  थोड़ा ख़ूबसूरत,  थोड़ा दर्द भरा.💔

My Heartbeat 💖

देखो ज़्यादा घुमा फिरा के नहीं कहूंगा क्यों इसरा तुम्हे वैसे भी समाज नहीं आते हैं तुम अच्छी लगती हो क्योंकि तुम अच्छी हो बोहोत से करन हैं जो तुम्हे इतना खास बनाते हैं तुम्हारी बातें जिन्हे मैं सुन कर अपने दिन रात गुज़ार सकता हूँ  तुम्हारी हसी जिसे बस देख कर ही मैं अपनी तकलीफ़ मिटा  सकता हूँ तुम्हारा वो बचपना जब चॉकलेट खा के होठो पे चॉकलेट लगा होना  आइसक्रीम को साफ कर के खाना पुरा फेस आइसक्रीम लगाना  और आइसक्रीम आइसक्रीम चिल्लाना चॉक्लेट के लिए बच्चा बन जाना तुम्हारा गुस्सा अब तुम्हारा है तो वह भी प्यारा ही लगता है  तुम्हारी आँखें उन्हें देख कर बस उन् में डूबने का मनन करता है तेरी नशीली आंखे और उनमे लगा काजल,सच बताउ मुझे मेरी काजल याद आती है तुम्हारी स्माइल उफ़ मार ही डालती है समझो तेरी वो छोटी बिंदी और खुले बाल क्या कहर धाती है  तेरी वो इयररिंग्स धडकनों की तबाही के लिए तेरी झुमकों की खन-खन ही काफी हैं तुम्हारे होठों को क्या कहूँ? गुलाब की पंखुड़ी या शबनमी तेरे होंठो को देखा तो एक बात उठी जहन में, वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे, जो इनसे होकर गुजरते है। तेरी वो मुस्कुराते समय डिंपल जैसे मनो चांद