ऐ दिल है मुश्किल
जब प्यार में प्यार न हो
जब दिल में यार न हो
जब आँसूओ में मुस्कान न हो
जब लफ़्ज़ों में जुबान न हो
जब दर्द में यार न हो
जब साँसे बस यूं ही चले
जब हर दिन में रात ढले
जब इंतज़ार सिर्फ वक़्त का हो
जब याद उस कमबख्त की हो
मोहब्बत में प्यार मिले या ना मिले, पर
याद करने के लिए एक चेहरा जरूर मिल जाता है..!
क्यों वो हो राही जो हो किसी और की मंजिल
जब धड़कनों ने साथ छोड़ दिया
हसरत ये है की तुम मिल जाओ
तमन्ना ये है, उम्र भर के लिए...!!
इतना प्यार तोह मैंने खुद से
भी नहीं किया जितना तुमसे हो गया हैं.
वो मोहब्बत बहुत गहरी होती है,
जो शुरु ही दोस्ती से होती है..
मना की मुझे प्यार इजहार करना नहीं आता..
पर जज्बात न समझ सको
इतने नादान तो तुम भी नहीं है...!
कैसे मान लूं इश्क़ एक बार होता है
तुझे जितनी बार देखूं मुझे हर बार होता है
मुझे बेहतर की नहीं
तुम्हारी ज़रूरत है.
तुम ही जरुरी हो अगर तुम समझो तो...
ऐ दिल है मुश्किल , ऐ दिल है मुश्किल!
~ पीयूष जायसवाल
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